हिंदी साहित्य सभा 'मंथन' श्री गुरु नानक देव खालसा कॉलेज की 'निज भाषा उन्नति अहै' को पाथेय मानते हुए हिन्दी को समर्पित कर्मठ छात्र संस्था है। यद्यपि यह संस्था हिंदी और हिंदी पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के छात्रों एवं शिक्षकों के समन्वय से संचालित है, इस सभा का मूल उद्देश्य छात्रों में हिंदी भाषा और साहित्यिक जागरूकता और रुचि पैदा करना है।
मंथन के अंतर्गत होने वाले कार्यक्रम--
'मंथन' के अंतर्गत आयोजित व्याख्यान, संगोष्ठियाँ तथा कार्यशालाएँ जहाँ विद्यार्थियों की बौद्धिक, व्यवहारिक और व्यवसायिक क्षमताओं में वृद्धि करती हैं, वहीं विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएँ जैसे, कहानी, काव्य पाठ, आलेख, निबंध, भाषण तथा वाद-विवाद, स्लोगन लेखन, पोस्टर निर्माण, पठकथा लेखन, डॉक्यूमेंट्री, विज्ञापन निर्माण, शैक्षणिक क्षेत्र का भम्रण, अनुवाद व्यवहार एवं सिद्धांत पाठ्यक्रम और अभिनय प्रतियोगिता आदि भी सभा द्वारा कराई जाती हैं। इससे छात्रों में रचनात्मक तथा कलात्मक क्षमताओं का विकास होता है।
मंथन द्वारा छात्रों के बेहतर व्यक्तित्व का निर्माण--
'मंथन' का उद्देश्य पाठ्येतर गतिविधियों के माध्यम से छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करना तथा उनमें छुपी बहुआयामी प्रतिभाओं को निखारकर उन्हें समुचित मंच प्रदान करना है। मंथन के अंतर्गत आयोजित कार्यकर्मों से विद्यार्थियों की रचनात्मक तथा कलात्मक क्षमताओं में भी वृद्धि होती है। मंथन विद्यार्थियों में मंच संचालन के कौशल का भी विकास करता हैं।
उपलब्धियाँ-
● मंथन द्वारा 4 मार्च 2021 से 24 मार्च 2021 तक ऑनलाइन अनुवाद व्यवहार एवं सिद्धांत लघु अवधि सर्टिफिकेट कोर्स का आयोजन किया गया जिसके द्वारा विद्यार्थियों में अनुवाद करने की कला का विकास हुआ।
● 'मंथन' हिंदी साहित्य सभा द्वारा 9-11 फरवरी, 2022 को 'नामवर सिंह के आलोचना संसार' विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में हिंदी के जाने-माने विद्वानों द्वारा श्रद्धेय नामवर सिंह जी के आलोचना संसार को प्रतिभागियों ने बखूबी जाना।
● मंथन हिंदी साहित्य सभा द्वारा उन्मुक्त नामक एक ब्लॉग की भी शुरुआत की गई। जिसमें महाविद्यालय के सभी छात्र अपनी हिंदी की रचनाओं को प्रकाशित करवाने का मौका दिया जाता है| यह ब्लॉग विद्यार्थियों को हिंदी की रचनाओं के लिए एक खुला मंच प्रदान करता है।